भाषा किसे कहते हैं, परिभाषा और प्रकार

भाषा किसे कहते हैं

भाषा: परिभाषा और संपूर्ण जानकारी

भाषा मानव संप्रेषण (communication) का एक साधन है जिसके द्वारा विचारों, भावनाओं, और जानकारी का आदान-प्रदान किया जाता है। यह ध्वनियों, शब्दों, संकेतों, और प्रतीकों के माध्यम से अपने विचारों को दूसरों तक पहुँचाने का तरीका है।


1. भाषा की परिभाषा

  • सामान्य परिभाषा: भाषा वह साधन है जिसके माध्यम से मनुष्य अपने विचारों, अनुभवों, और भावनाओं को व्यक्त करता है।
  • प्राचीन परिभाषा: पाणिनि के अनुसार, “भाषा वह साधन है जिससे व्यक्ति अपने विचारों को दूसरों तक पहुँचा सकता है।”
  • आधुनिक परिभाषा: फर्डिनेंड डी सॉस्यूर (Ferdinand de Saussure) के अनुसार, “भाषा संकेतों (symbols) की एक प्रणाली है, जो एक समाज द्वारा स्वीकृत होती है।”

2. भाषा के प्रकार

  1. मौखिक भाषा (Spoken Language):
    • ध्वनियों और शब्दों के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान।
    • उदाहरण: हिंदी, अंग्रेजी, तमिल।
  2. लिखित भाषा (Written Language):
    • लिपि और प्रतीकों का प्रयोग करके विचार व्यक्त करना।
    • उदाहरण: देवनागरी लिपि (हिंदी), रोमन लिपि (अंग्रेजी)।
  3. संकेत भाषा (Sign Language):
    • हाथों, हाव-भाव, और चेहरों के भावों के माध्यम से संचार।
    • उदाहरण: मूक-बधिरों की संकेत भाषा।

3. भाषा के घटक (Elements of Language)

  1. ध्वनि (Phoneme): भाषा की सबसे छोटी इकाई जो ध्वनि को व्यक्त करती है।
  2. शब्द (Word): ध्वनियों का समूह जो अर्थपूर्ण होता है।
  3. वाक्य (Sentence): शब्दों का समूह जो एक पूर्ण विचार को व्यक्त करता है।
  4. व्याकरण (Grammar): भाषा के प्रयोग के नियम।

4. भाषा का विकास (Development of Language)

  • प्राचीन काल: मनुष्य ने ध्वनियों और संकेतों का उपयोग करना शुरू किया।
  • लिपि का विकास: चित्रलिपि (Pictographs) से लिपि विकसित हुई।
  • आधुनिक भाषा: आज के युग में डिजिटल संचार (Digital Communication) भी भाषा का एक रूप बन चुका है।

5. भाषा के महत्व (Importance of Language)

  1. संचार का साधन: विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे प्रभावी माध्यम।
  2. संस्कृति का वाहक: भाषा किसी भी संस्कृति का प्रतिबिंब होती है।
  3. शिक्षा का माध्यम: शिक्षा और ज्ञान का विस्तार भाषा के माध्यम से होता है।
  4. समाज को जोड़ने वाला तत्व: एक ही भाषा बोलने वाले लोग आपस में जुड़ाव महसूस करते हैं।
  5. व्यापार और कूटनीति: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और कूटनीति में भाषा का महत्वपूर्ण योगदान है।

6. भाषा और लिपि में अंतर

भाषा लिपि
भाषा विचारों को व्यक्त करने का माध्यम है। लिपि लिखित भाषा को अभिव्यक्त करने का साधन है।
इसे सुना और बोला जा सकता है। इसे पढ़ा और लिखा जा सकता है।
उदाहरण: हिंदी, अंग्रेजी उदाहरण: देवनागरी, रोमन

7. विश्व की प्रमुख भाषाएँ

  1. अंग्रेजी (English)
  2. हिंदी (Hindi)
  3. मंदारिन (Mandarin)
  4. स्पेनिश (Spanish)
  5. अरबी (Arabic)

8. भाषा के संरक्षण की आवश्यकता

  • अनेक भाषाएँ विलुप्त हो रही हैं।
  • मातृभाषा को बढ़ावा देना चाहिए।
  • नई पीढ़ी को अपनी भाषा की शिक्षा देना अनिवार्य है।

भाषा केवल विचारों को व्यक्त करने का साधन नहीं, बल्कि यह समाज और संस्कृति को जोड़ने वाली कड़ी है। प्रत्येक भाषा का अपना महत्व है और हमें अपनी मातृभाषा का सम्मान करते हुए अन्य भाषाओं का भी आदर करना चाहिए।

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