सकर्मक और अकर्मक क्रिया का उदाहरण

सकर्मक और अकर्मक क्रिया में अंतर उनके उपयोग और प्रभाव के आधार पर होता है।

  • सकर्मक क्रिया: वह क्रिया, जिसका प्रभाव किसी कर्म (वस्तु या व्यक्ति) पर पड़ता है।
  • अकर्मक क्रिया: वह क्रिया, जिसका प्रभाव किसी कर्म पर नहीं पड़ता।

सकर्मक क्रिया के उदाहरण:

  1. उसने किताब पढ़ी। (किताब = कर्म)
  2. माँ ने खाना बनाया। (खाना = कर्म)
  3. मैंने पत्र लिखा। (पत्र = कर्म)
  4. राम ने फूल तोड़े। (फूल = कर्म)
  5. बच्चे ने गेंद फेंकी। (गेंद = कर्म)

पहचान:
सकर्मक क्रिया वाले वाक्य में “क्या?” या “किसे?” पूछने पर उत्तर मिलता है।

  • “उसने किताब पढ़ी।” (क्या पढ़ी? किताब)

अकर्मक क्रिया के उदाहरण:

  1. बच्चा सो रहा है।
  2. पक्षी उड़ रहे हैं।
  3. नदी बह रही है।
  4. वह रो रहा है।
  5. सूरज निकल रहा है।

पहचान:
अकर्मक क्रिया वाले वाक्य में “क्या?” या “किसे?” पूछने पर उत्तर नहीं मिलता।

  • “बच्चा सो रहा है।” (क्या सो रहा है? – उत्तर नहीं)

सकर्मक और अकर्मक क्रिया का तुलनात्मक उदाहरण:

वाक्य क्रिया का प्रकार कारण
राम ने किताब पढ़ी। सकर्मक क्रिया का प्रभाव “किताब” (कर्म) पर पड़ता है।
बच्चा सो रहा है। अकर्मक क्रिया का प्रभाव किसी कर्म पर नहीं पड़ता।
माँ ने खाना बनाया। सकर्मक क्रिया का प्रभाव “खाना” (कर्म) पर पड़ता है।
पक्षी उड़ रहे हैं। अकर्मक क्रिया का प्रभाव किसी कर्म पर नहीं पड़ता।

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