समास किसे कहते हैं
समास
समास का अर्थ है “संक्षेप” या “छोटा करना।” जब दो या दो से अधिक शब्द आपस में मिलकर एक नया और छोटा शब्द बनाते हैं, तो उसे समास कहते हैं। समास में शब्दों को इस प्रकार जोड़ा जाता है कि उनका अर्थ बना रहे और उनका रूप संक्षिप्त हो जाए।
समास के अंग
- पूर्वपद: समास के पहले आने वाला शब्द।
- उत्तरपद: समास के बाद आने वाला शब्द।
- समस्त पद: समास से बना हुआ नया शब्द।
- विग्रह: समस्त पद का विस्तृत रूप।
समास की विशेषताएँ
- दो या अधिक शब्दों को जोड़ा जाता है।
- इन शब्दों को जोड़ने पर एक नया अर्थ बनता है।
- शब्दों का स्वरूप संक्षिप्त हो जाता है।
- अर्थ का संबंध बनाए रखने के लिए “विग्रह” किया जाता है।
समास के प्रकार
- तत्पुरुष समास:
इसमें एक पद प्रधान होता है और दूसरा उसके संबंध में होता है।
उदाहरण:- राजा का पुत्र → राजपुत्र
- दूध का दही → दधि
- पुस्तक के लिए प्रेम → पुस्तकप्रेम
- द्वंद्व समास:
इसमें दोनों पद समान रूप से प्रधान होते हैं।
उदाहरण:- राम और लक्ष्मण → राम-लक्ष्मण
- दिन और रात → दिन-रात
- माता और पिता → माता-पिता
- बहुव्रीहि समास:
इसमें बने हुए शब्द से किसी तीसरे अर्थ का बोध होता है।
उदाहरण:- जिसके सिर पर बाल नहीं → मुंडितमस्तक
- जिसके पास धन नहीं → निर्धन
- जो अन्न से भरा हुआ है → अन्नपूर्णा
- अव्ययीभाव समास:
इसमें पहला पद अव्यय (अपरिवर्तनीय) होता है।
उदाहरण:- घर के बाहर → बहिर्गृह
- दिन के समान → दिनवत
- खूब सोच-समझकर → सोचसमझकर
- कर्मधारय समास:
इसमें दोनों पदों के बीच विशेषण-विशेष्य का संबंध होता है।
उदाहरण:- बड़ा आदमी → महापुरुष
- काला कपड़ा → कृष्णवस्त्र
- मीठा जल → मधुजल
- द्विगु समास:
इसमें पहला पद संख्यावाचक होता है।
उदाहरण:- तीन लोक → त्रिलोक
- चार दिशाएँ → चतुर्दिक
- सात समुद्र → सप्तसागर
समास के उपयोग
- भाषा को संक्षिप्त और प्रभावशाली बनाने के लिए।
- साहित्य और काव्य में सौंदर्य बढ़ाने के लिए।
- वाक्य को सरल और स्पष्ट बनाने के लिए।
विग्रह और समास का अंतर
- समास: शब्दों का संक्षिप्त रूप।
उदाहरण: गृहकार्य - विग्रह: शब्दों का विस्तृत रूप।
उदाहरण: घर का काम
समास हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो शब्दों को सरल, संक्षिप्त और अर्थपूर्ण बनाता है। इसका सही उपयोग भाषा को प्रभावशाली और सशक्त बनाता है।