जैसा की हम लोग जानते हैं कि कीवर्ड रिसर्चसर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए काफी जरूरी टूल होता है। इसलिए आज मैं यहां एक वीडियो शेयर करने जा रहा हूं। जिसकी मदद से आप कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं। इस वीडियो में मैंने तीन वेबसाइट के बारे में बता रखा है। जिनकी मदद से आप सही कीवर्ड का को यूज करके अपने वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ा सकते हैं। और अपनी earning यानी कि सीपीसी रेट भी बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जान लेते हैं। आखिर वह तरीका क्या है।
Keyword research tutorial in Hindi
वेबसाइट के नाम
Keyword Tool
Keyword Planner by Google AdWords
RapidTags
दोस्तों! सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए हमसे नीचे कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं. आशा करता हूं किवर्ड रिसर्च कैसे किया जाता है? आपको पता चल गया होगा.
नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है. हिंदी स्टडी वेबसाइट पर आज हम यहां पर जानेंगे कि कैसे किसी भी वेबसाइट का अलेक्सा रैंक(Alexa Rank) कैसे चेक करते हैं? तो चलिए शुरू करते हैं.
अलेक्सा रैंक जानने के लिए निचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करिए.
1. अलेक्सा रैंक चेक करने के लिए सबसे पहले इस वेबसाइट पर हम जायेंगे. CLICK HERE
2. वेबसाइट पर पहुंचने के बाद हम डोमेन बॉक्स में अपना या किसी और का वेबसाइट URL डालेंगे.
3. URL डालने के बाद हम Find बटन पर क्लिक करेंगे.
4. कुछ देर बाद Alexa वेबसाइट URL का रैंक बता देगा. जैसा की आप नीचे देख सकते हैं.
5. उस वेबसाइट का बैक लिंग जानने के लिए थोड़ा और नीचे आएंगे तो हमें उस वेबसाइट का कुल Backlink पता चल जाएगा.
आशा करता हूं. यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद होगी. तथा आप अपनी वेबसाइट या किसी और वेबसाइट का Backlink तथा rank जान सकेंगे.
जैसा कि हम जानते हैं कि आज के समय में गूगल सर्च इंजनइंटरनेट की दुनिया में सबसे अहम भूमिका निभा रहा है। अगर आप एक ब्लॉगर है या वेबसाइट डिज़ाइनर तो यह काफी जरूरी है कि आपकी वेबसाइट गूगल सर्च इंजन के सर्च रिजल्ट में जरूर होनी चाहिए।
चलिए जान लेते हैं कि आप अपनी वेबसाइट को कैसे गूगल सर्च इंजन पर आसानी से कैसे ला सकते हैं?
जब आपकी वेबसाइट या फिर ब्लॉग पूरी तरह से जब तैयार हो जाए। उसके उसके बाद आपको अपनी वेबसाइट या फिर ब्लॉग का URL को गूगल वेबमास्टर पर सबमिट करना होता है।
गूगल वेब्स्मास्टर पर सबमिट करने के बाद आपको एक कोड दिया जाएगा। उस कोड को आपको अपनी वेबसाइट पर लगाना होता है। जैसे ही उस कोड को आप अपनी वेबसाइट पर लगाकर सेव कर देते हैं। आपकी वेबसाइट Google द्वारा वेरीफाई कर लिया जाता है।
24 से 48 घंटे के अंदर आपकी वेबसाइट Google सर्च इंजन पर आ जाती है।
दोस्तों यह इनफार्मेशन आपको कैसे लगी? कृपया हमें जरुर बताइए। अगर आपके मन में किसी भी प्रकार का प्रश्न है। तो हमसे जरुर पूछिए। धन्यवाद!
404 Error (Broken Link) के बारे में पूरी जानकारी in Hindi
अगर आप कोई आर्टिकल किसी टॉपिक पर लिख रहे हैं. और अगर उस से जुड़ी कोई जानकारी किसी दूसरी वेबसाइट पर है. जिसको पोस्ट में डालने पर आपका ब्लॉग पढ़ने वाले लोगों को और जानकरी मिल सकती है. तो आपको अपने पोस्ट में उन वेबसाइट links को जरूर डाले. उससे पढ़ने वालो को तो फायदा है ही साथ-साथ में Google भी इसको पसंद करता है. इसलिए अपने ब्लॉक के पोस्ट में यूज़फुल लिंक जरूर डालें.
404 Error (Broken Link) से होने वाले नुकसान
मान लीजिए आपने अगर किसी दूसरी साइट की या अपनी ही वेबसाइट की कोई लिंक अपने पोस्ट में ऐड की है. अगर किसी कारणवश जिस पेज का लिंक आपने अपने पोस्ट में डाला है. अगर वह डिलीट कर दिया गया हो या फिर किसी कारणवश remove कर दिया गया हो. तो उस पर क्लिक करने पर 404 error आता है. अगर ऐसा होता है, तो गूगल उस चीज को पसंद नहीं करता और ना ही वे लोग जो आपका ब्लॉग उस समय पढ़ रहे होंगे.
इससे बचने के लिए आपको अपनी वेबसाइट पर प्रतिदिन 404 error को चेक करते रहना चाहिए या फिर 404 Error चेकिंग में 3 से 5 दिन का अंतराल रखें. ताकि गूगल और हमारे ब्लॉक को पढ़ने वाले हमेशा हमसे जुड़े रहें. ये करना बहुत जरूरी है अगर आप एक ब्लॉगर हैं.
मैं आपको बिल्कुल आसान तरीके से बताने की कोशिश करता हूँ. Backlinks वह links होते हैं. जो एक वेबसाइट से किसी दूसरे वेबसाइट से प्राप्त की जाती है. जैसे कि मान लेते हैं कि अगर मैं आपकी वेबसाइट का लिंक अपने ब्लॉग के किसी पोस्ट पर जोड़ता हूं आर्थात उसे हाइपरलिंक करता हूं. तो इससे आपकी साइट को या फिर आपकी वेबसाइट को एक बैंक लिंक प्राप्त हो जाता है.
Backlinks से क्या फायदा होता है?
यह बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है. आपकी ब्लॉग या फिर वेबसाइट के जितने ज्यादा बैंक लिंक होते हैं. Google आपकी साइट को सर्च रिजल्ट में उतने ही ज्यादा महत्व देता है. लेकिन गूगल आपके ब्लॉग या फिर वेबसाइट को तभी अच्छा रैंक देता है. जब आपके ब्लॉक के Backlinks की quality हाई रैंक वेबसाइट या ब्लॉग पर बनी होंगी. Backlinks से बहुत सारे फायदे होते हैं. जैसे की सर्च इंजन आपकी साइट को जल्दी ही सर्च रिजल्ट्स में इंडेक्स करने लगता है. आपकी साइट को रेफरल ट्रैफिक मिलता है. आपकी साइट की अथॉरिटी बढ़ जाती है.
On Page SEO and Off Page SEO (Search Engine Optimization) के बारे में पूरी जानकारी
हेलो दोस्तों! इस पोस्ट में मैं आपको On Page SEO औरOff Page SEO के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करूंगा की ये क्यों जरूरी है और इनका क्या महत्व है. आप SEO के बारे में जानते ही होंगे. अगर आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में फर्स्ट पेज पर लाना चाहते हैं. तो आपको अपने ब्लॉग का SEO बनाना बहुत ही जरुरी है.
SEO मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं.
ऑन पेज SEO (On Page SEO)
ऑफ पेज SEO (Off Page SEO)
ऑन पेज SEO (On Page SEO) क्या है?
ऑन पेज SEO (On Page SEO) में वह सभी चीजे आती हैं. जो कि आप अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखते वक्त अप्लाई करते हैं. ऑन पेज SEO अच्छी प्रकार से करने के लिए आपको SEO optimized आर्टिकल लिखना होता है.
ऑफ पेज SEO (Off Page SEO) क्या है?
ऑफ पेज SEO (Off Page SEO) में वे सभी चीजे आती हैं. जो कि आप अपने ब्लॉक के बाहर अप्लाई करते हैं. इसमें सबसे जरूरी होता है लिंक बिल्डिंग और सोशल मीडिया पर आप की ब्लॉग या वेबसाइट की पेज शेयरिंग. सोशल मीडिया पर अच्छी पकड़ से आपको अपने ब्लॉग को सोशल मीडिया पर शेयर करना होता है. और लिंक बिल्डिंग में आपको अपने ब्लॉक के लिए Backlinks बनाना होता है. जितना ज्यादा आपके वेबसाइट या फिर ब्लॉक का Backlinks होगा. आपका ब्लॉग या वेबसाइट सर्च रिजल्ट पर उतनी हाई रैंक पर होगी.
ज्यादा ट्रैफिक के लिए SEO Friendly ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखे? (How to write SEO friendly blog post?)
अगर आपका खुद का वेबसाइट या फिर ब्लॉग है। तो आप अक्सर इंटरनेट पर SEO (Search Engine Optimization) के बारे में सर्च करते ही होंगे। अक्सर दिमाग में एक सवाल आता है कि SEO क्या है? और कैसे काम करता है।
चुकि SEO क्या होता है? मैं पहले ही इस वेबसाइट पर बता चुका हूं। आज मैं इस पोस्ट में बताऊंगा की SEO को कैसे हैंडल किया जाता है।
अगर आप एक ब्लॉगर हैं या फिर आप किसी ब्लॉग पर आर्टिकल लिखते हैं। तो आपको आज के समय में SEO का अच्छा नॉलेज होना बहुत जरूरी है।
Tips and tricks to write SEO friendly blog post in Hindi
टॉपिक का चयन करने से पहले इन बातो का ध्यान अवश्य रखे।
सबसे पहले सवाल आता है कि आप किस टॉपिक पर आर्टिकल लिखने जा रहे हैं। आप जब भी किसी टॉपिक पर आर्टिकल लिखने जाईये। उसके पहले उस टॉपिक के बारे में इंटरनेट पर अच्छे से सर्च कर ले ताकि आपको ये पता चल सके कि उस टॉपिक पर टॉप टेन अन्य वेबसाइट पर किस तरीके से आर्टिकल लिखे गए हैं।
अब उन टॉप टेन आर्टिकल को अच्छे से पढ़कर तथा उस आर्टिकल में जगह-जगह हेडिंग को अच्छे से देखते हुए, पंक्तियों के एक दूसरे से कितना अंतराल है। इन सब चीजों के विशेष रूप से देख ले। ऐसे करने से आपको यह पता चल जाएगा की सर्च इंजन किस तरह के आर्टिकल को टॉप रिजल्ट पर रखता है।
दूसरी बात आती है कि आप जब भी किसी भी टॉपिक पर आर्टिकल लिखने जा रहे तो कहीं से भी यानि किसी अन्य वेबसाइट से कॉपी मत करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो ये आपकी सबसे बड़ी भूल होगी। क्योंकि सर्च इंजन के अल्गोरिथम इतने एडवांस बन चुके हैं कि वह आपके आर्टिकल को तुरंत ही कॉपीराइट कंटेंट नियम से अनुसार पहचान कर लेगी और आपके ब्लॉग की रैंकिंग को सर्च रिजल्ट पर काफी पीछे धकेल देगी।
जरूर पढ़े: ब्लॉग कैसे बनाया जाता है?
कीवर्ड का इस्तेमाल पोस्ट में सही जगह करे।
तीसरी बात आती है कि आप जिन-जिन टॉपिक पर विशेष ध्यान देना चाहते हैं अर्थात उन टॉपिक को सर्च रिजल्ट मैं फोकस करना चाहते हैं टॉपिक (कीवर्ड) को हेडिंग और पंक्ति में जरूर शामिल करे। यह करना काफी जरूरी है और उस टॉपिक (कीवर्ड) को आर्टिकल में लगभग 5% उपयोग करना आवश्यक है। ऐसा करने से सर्च इंजन को यह लगेगा की आपने जो आर्टिकल लिखा है वह आर्टिकल उसी टॉपिक पर बनाया गया है।
आर्टिकल या पोस्ट का permalink में कीवर्ड को जरूर सामिल करे।
अपना आर्टिकल लिख लेने के बाद उस आर्टिकल के permalink को बहुत ही ध्यान से बनाएं तथा अपने टॉपिक और कीवर्ड को उस लिंक में जरूर शामिल करें। डिस्क्रिप्शन का इस्तेमाल जरूर करे क्योकि या आर्टिकल की छोटे वाक्य में सर्च इंजन के सामने एक प्रस्तुति होती है। उसका उपयोग अवश्य करें क्योंकि इसका इस्तेमाल करने से सर्च इंजन आपके आर्टिकल को और आसानी से समझ सकेगा और जल्द से जल्द सर्च रिजल्ट पर लाने की कोशिश करेगा।
कृपया ध्यान दे।
अगर आप इन सब बातों का ध्यान देते हैं तो आपका आर्टिकल हमेशा SEO Friendly रहेगा। अगर आपको SEO से जुड़ी और भी जानकारी चाहिए तो कृपया कमेंट बॉक्स में अपने questions लिखें।